स्पर्श भाग -2 तोप (निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए )
प्रश्न 1: विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल इसलिए होती है क्योंकि ये वस्तुएँ हमें अपने पूर्वजों की, अपने इतिहास की याद दिलाती हैं। इनसे हमारा भावनात्मक संबंध होता है। इसलिए इन्हें अमूल्य माना जाता है। ये तात्कालिक परिस्थितियों की जानकारी के साथ दिशानिर्देश भी देती हैं।इसलिए इन्हें सँभाल कर रखा जाता है।
प्रश्न 2: इस कविता से तोप के विषय में क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर: इस कविता में तोप के विषय में जानकारी मिलती है कि यह अंग्रेज़ों के समय की तोप है। 1857 में उसका प्रयोग शक्तिशाली हथियार के रुप में किया गया था। अनगिनत शूरवीरों को मार गिराया गया था क्योंकि इसका प्रयोग अंग्रेज़ों द्वारा हुआ था। आखिरकार अब इस तोप को मुँह बन्द करना पड़ा। अब यह केवल खिलौना मात्र है। चिड़िया इस पर अपना घोंसला बना रही है, उसमें बच्चे खेल रहे हैं।
प्रश्न 3: कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?
उत्तर: कंपनी बाग में रखी तोप यह शिक्षा देती है कि अत्याचार का अंत होता है। मानव विरोध के सामने उसे हार माननी पड़ती है। किस प्रकार
अंग्रेज़ों ने अत्याचार किए पर अंत में भारत को छोड़ना ही पड़ा। तोप की तरह चुप होना ही पड़ा।
प्रश्न 4: कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात की गई है। ये दो अवसर कौन-से होंगे?
उत्तर: भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक चिह्न दो बड़े त्योहार 15 अगस्त और 26 जनवरीगणतंत्र दिवस है। इन दोनों अवसरों पर तोप को चमकाकर कंपनी बाग को सजाया जाता है। इससे शहीद वीरों की याद दिलाई जाती है।
प्रश्न 5: भाव स्पष्ट कीजिए
– अब तो बहरहाल छोटे लड़कों की घुड़सवारी से अगर यह फ़ारिग हो तो उसके ऊपर बैठकर चिड़ियाँ ही अकसर करती हैं गपशप।
उत्तर: इन पंक्तियों में कवि ने 1857 के स्वतंत्रता संघर्ष को दबाने हेतु जिस तोप ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, कितने ही वीरों को अपने गोलों का निशाना बनाया। आखिरकार वह शांत हो गई। अब उस पर छोटे लड़के बैठ कर घुड़सवारी करते हैं तथा चिड़ियाँ गपशप करती है।
प्रश्न 6: भाव स्पष्ट कीजिए-
वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।
उत्तर: पक्षी तोप के मुँह में घुस जाते हैं। इस तरह यह पता लगता है कि कोई भी कितनी भी अटारी क्यों न हो एक दिन वह समाप्त हो जाती
है, हिंसा और निरंकुशता समाप्त होती ही है।
प्रश्न 7: भाव स्पष्ट कीजिए-
उड़ा दिए थे मैंने अच्छे-अच्छे सूरमाओं के धज्जे।
उत्तर: उनका भाव प्रस्तुत किया है कि तोप इतनी ताकतवर थी कि इसके सामने वीर से वीर भी नहीं टिक पाता था। अच्छे-अच्छे सूरमाओं की
धज्जियाँ उड़ा दी थी।